भोपाल
कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा दिए गए आदेश के बाद पूरे देश में 14 अप्रैल तक पूर्ण लॉकडाउन जारी है। इसी बीच बीते 1 अप्रैल से देश के 10 सरकारी बैंकों का विलय प्रभावी हो चुका है। इस विलय में केनरा बैंक भी शामिल है। आपको बता दें कि विलय के बाद केनरा बैंक ने पहली बार मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) को घटा दिया है।
इसका मतलब ये है कि अब केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक के ग्राहकों को होम, कार लोन सस्ती ब्याज दर पर मिलेंगे। यानी अब ग्राहकों को सस्ते में लोन मिल जाएगा। नई दरें सात अप्रैल यानी आज से प्रभावी हो गई हैं। मालूम हो कि एक अप्रैल से सिडिकेट बैंक का विलय केनरा बैंक में हो चुका है।
कम हो जाएगी EMI
आपको बता दें कि अब जिन लोगों का पहले से लोन चल रहा है उनकी भी ईएमआई कम हो जाएगी। सिंडिकेट बैंक के विलय के बाद अब केनरा बैंक देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन गया है। विलय के बाद देश में इस बैंक की 10,324 शाखाएं हैं। इससे पहले एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी ब्याज दरें घटा दी हैं।
जानिए कितना सस्ता हुआ कर्ज
जान लें कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने एक साल की अवधि वाले कर्ज के लिए 0.35 फीसदी, छह महीने की अवधि वाले कर्ज के लिए 0.30 फीसदी, तीन महीने की अवधि के लिए 0.2 फीसदी और एक महीने तथा एक दिन के लिए ब्याज दर में 0.15 फीसदी की कटौती की है। बयान के अनुसार रेपो दर से संबद्ध ब्याज दर (आरएलएलआर) 0.75 फीसदी घटाकर 8.05 फीसदी से 7.30 फीसदी कर दिया गया है।