भोपाल
एनआरसी, सीएए और एनपीआर के विरोध में कांग्रेस के भोपाल मध्य से विधायक आरिफ मसूद ने भोपाल के घर घर में अभियान चलाने की शुरूआत की। इसके तहत हर घर पर लिखा गया “नो एनआरसी नो सीएए नो एनपीआर” “संविधान बचाएंगे ,हम कागज नहीं दिखाएंगे” इस मुहिम का स्लोगन है। आरिफ ने इसकी शुरूआत दलित बस्ती बापू कॉलोनी राजधानी पेट्रोल पंप के पास से किया। इसी के साथ कालोनी और मोहल्लों में कमरा बैठक कर लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। विधायक आरिफ मसूद पहले ही यह चेतावनी दे चुके हैं कि यदि कमलनाथ सरकार ने इसे लागू किया तो वह सरकार में रहने के अपने निर्णय पर विचार करेंगे ।उन्होंने साफ कहा था कि ऐसी स्थिति में सरकार में रहने का लाभ क्या ।हालांकि इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ का भी बयान आ चुका है कि वे जनगणना के इस अभियान में इस संशोधन को स्वीकार नहीं करेंगे कि एनपीआर यानी कि घर-घर की जानकारी दर्ज कराई जाए। अब ऐसी स्थिति में मध्य प्रदेश जब केंद्र की योजना का विरोध करेगा तो फिर संवैधानिक स्थिति क्या होगी यह देखने वाली बात होगी।
मसूद ने कहा कि प्रत्येक घर पर यह स्लोगन लिखवाने की जनता से अपील की जा रही है। इसको लेकर मोहल्लों में कमरा बैठक करके लोगों को जागरूक किया जाएगा। विधायक मसूद ने कहा कि यह काले कानून हैं जो देश की जनता के ऊपर थोपे जा रहे हैं, जबतक इन्हें वापस नहीं लिया जाएगा हमारा विरोध जारी रहेगा। उन्होने कहा कि हम बाबा साहब अम्बेडकर के संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।
भाजपा ने किया विरोध, कांग्रेस की मामला दर्ज करने की मांग
आरिफ मसूद के इस अभियान का भाजपा ने विरोध किया है। पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक विश्वास सारंग मसूद द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान पर कहा कि जनता ने उन्हें चुना है और वे संबैधानिक पद पर हैं। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। जो लोग इस कानून का विरोध कर रहे हैं वे देश द्रोही हैं।
भाजपा के ही पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि एनपीआर का विरोध करना गलत है। देश की हर योजना का सबसे ज्यादा फायदा अल्पसंख्यक समुदाय को ही मिलता है। अगर वे जानकारी ही नहीं देंगे तो उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ कैसे मिलेगा।
भाजपा विधायक विश्वार सारंग द्वारा दिए गए बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल का कहना है कि उनका ये बयान बेहद आपत्तिजनक है। पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए।